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What is on-grid solar system - ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम क्या है ?

What is on-grid solar system - ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम क्या है ?

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HINDUSTAN SOLAR SOLUTIONS


दोस्तों आज के इस पोस्ट में हम पुरे विस्तार से ये जानेंगे की ऑन ग्रिड (on-grid) सोलर सिस्टम क्या होता है थ्योरी और डेफिनिशन के साथ-साथ प्रैक्टिकल examples को भी खूब अच्छे से समझेंगे 
ऑन ग्रिड (on-grid) सोलर सिस्टम के बारे में बताने से पहले आपके लिए ये जानना बहुत जरुरी है की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम के आलावा भी सोलर सिस्टम के दो और टाइप्स हैं जैसे की: 
1. ऑन ग्रिड (on-grid) सोलर सिस्टम - ग्रिड-टाई या ग्रिड-फीड सोलर सिस्टम के रूप में भी जाना जाता है
2.ऑफ ग्रिड (off-grid) सोलर सिस्टम - स्टैंड-अलोन पॉवर सिस्टम (SAPS) के रूप में भी जाना जाता है
3. हाइब्रिड (hybrid) सोलर सिस्टम - ग्रिड-कनेक्शन के साथ सौर प्लस बैटरी भंडारण

solar panel-सोलर पैनल :  सोलर पैनल शौर उर्जा को DC (Direct current) पॉवर में कन्वर्ट करने का काम करता है.  और फिर हम उस डीसी पॉवर को  इन्वर्टर की मदद से AC (Alternating current) में परिवर्तित कर देते हैं.और फिर उस AC पॉवर को स्विच बोर्ड्स में कनेक्शन कर देते हैं जिससे हमारे घर के सभी उपकरण जुड़े होते हैं, सोलर पैनल के भी दो प्रकार होते हैं
1. पाली क्रिस्टेलीन 
2. मोनो क्रिस्टेलीन

on-grid solar-ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम :  ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम वह सोलर सिस्टम होती है जिसमे आपका सोलर सिस्टम ग्रिड के साथ यानी की इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई के साथ जुड़ा हुआ रहता है, जिसके कारन आपके घर की जितनी लोड होती है अगर आपका सोलर उससे अधिक पॉवर बनाता है तो वो एक्स्ट्रा पॉवर ग्रिड में चली जाती है जिसे आपके खाते में जमा किया जाता है, और आप इसे जब चाहें तब उपयोग कर सकते हैं या फिर आप इसे उल्टा इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड को भी बेच सकते हैं | निचे दिए  गए तस्वीर को देख कर आप इसे और भी बेहतर समझ सकते हैं।

#solar_on+_grid #HINDUSTAN_SOLAR_SOLUTIONS
उम्मीद है आपको कुछ हद तक समझ में आ गया होगा की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम कैसे काम करता है अब चलिए इसे एक और एक्जामपल के जरिये समझते हैं की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम काम कैसे करता है 


ऑन ग्रिड (on-grid) सोलर सिस्टम को समझने के लिए एक और उदहारण : मान लीजिये आपके घर में एक पानी का कनेक्शन है जिसमे पानी अपने टाइम के हिसाब से आती है वो भी कहीं दूर के किसी बड़े वाटर टैंक से आती है अब अगर आप अपने घर में एक मोटर लगा देते हैं और उसकी कनेक्शन उसी पाइप में कर देते हैं जो पहले से ही आपके घर में गया हुआ है, तब आपको जब भी पानी की जरुरत होगी आप अपने मोटर को चालु करके भी पानी प्राप्त कर सकते हैं और जब आपकी जरूरतें ख़तम हो जाएँगी तब आप अगर कुछ देर मोटर को चालु अवस्था में छोड़ देते हैं तो आपके मोटर से निकलने वाला पानी उल्टा उस जगह को जाएगी जहाँ से हमारे घर में पानी का कनेक्शन आया हुआ है, इसे समझने के लिए भी हमने निचे एक इमेज लगाया हुआ है। 


चलिए अब जरा हम बात कर लेते हैं इसके कुछ अच्छाई और बुराई के बारे में.....!

बुराई : इसमें अभी तक सिर्फ एक ही सबसे बड़ी कमी है की ये सिस्टम बिजली के कट जाने पर भी काम नहीं करता है, वैसे इसके ऊपर काम चल रहा है हो सकता है आने वाले समय में इसकी इस एक कमी को भी दूर किया जा सके

अच्छाई : इसकी सबसे अच्छी बात ये है की इसकी कीमत बाकी के सोलर सिस्टम से काफी कम है, और इसे इनस्टॉल करना भी काफी आसान है आने वाले पोस्ट में हम आपको ये जरुर बताएँगे की ऑन ग्रिड सोलर सिस्टम को कैसे इनस्टॉल करते हैं ?



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